The smart Trick of बबूल के फायदे और नुकसान That No One is Discussing





बबूल के पत्ते और छाल एवं बड़ की छाल लें। सबको बराबर-बराबर मात्रा में मिलाकर एक गिलास पानी में भिगो दें। सुबह छानकर रख लें। इससे कुल्ला (गरारा) करने से गले के रोग मिट जाते हैं।

अमेरिका में जातिवाद पर लगाम को लेकर बड़ी कवायद, कैलिफोर्निया सीनेट में जातिभेद निरोध कानून पास

बबूल से बनी आयुर्वेदिक औषधि, बब्बुलारिष्ट अनेक रोगों में उपयोगी है। यह खांसी, अस्थमा आदि को ठीक करने की उत्तम दवा है।

सूप या डेजर्ट में मिक्स करके भी लिया जा सकता है। 

- बबूल गोंद का अधिक मात्रा में सेवन करने से उल्टी या जी मचलाने की शिकायत हो सकती है।

गुस्से से देख रहा ये बच्चा था चॉकलेटी हीरो, ड्रग्स ने खत्म किया इस स्टार का करियर, शाहरुख से ज्यादा फिदा थीं लड़कियां, पहचाना?

टॉन्सिल को ठीक करने में बबूल का उपयोग किया जा सकता है। इसके लिए आप बबूल की छाल से गरम काढा बनाये एवं उसमें काला नमक मिला कर गरारा करे इससे आपके टॉन्सिल जल्द ही ठीक हो जाएगें।

मुंह में छाले मिटाने के लिए बबूल का उपयोग किया जाता है। इसके लिए आपको बबूल की छाल को सूखाकर चूर्ण बनाना होगो एवं छाले वाली जगह पर यह चूर्ण लगा ले ऐसा करने पर छाले कुछ ही दिनों में समाप्त हो जाऐगे।

आंखो में अगर जलन हो, आंखें लाल हो रही हों, या फिर आंखों में दर्द रहता हो, तो बबूल के पत्ते को पीसकर उसे टिकिया के आकार में बना लें और सोते समय आंखों पर लगाएं। इससे काफी आराम मिल सकता here है।

बबूल के अधिक सेवन से स्तन से संबंधित रोग होता है। अधिक मात्रा में इसके निर्यास का प्रयोग करने से गुदा रोग होता है।

ज्यादा मात्रा में बबूल का सेवन करने से ये लिवर को प्रभावित कर सकता है।

(और पढ़े – अगर आपको भी पेट फूलने की समस्या है तो अपनाएं इन टिप्स को…)

बबूल के अंतर छाल का क्वाथ बनाकर उस क्वाथ को औटाते औटाते जब उसका घनक्वाथ हो जाए तब उसको आपको मट्ठे के साथ पीने से और भोजन में सिर्फ मट्ठे का आहार लेने से जलोदर तक पहुंचे हुए सब प्रकार के उदर रोग नष्ट हो जाते हैं।

(और पढ़े – वजन और मोटापा कम करने के लिए क्या खाएं क्या न खाए…)

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *